Beauty Parlour Vastu Tips in Hindi Language

Beauty Parlor Vastu Tips In Hindi
फोटो: HEALTH ACTIVE | Beauty Parlor Vastu Tips In Hindi

Beauty Parlor Vastu Tips In Hindi: ब्यूटी पार्लर का व्यवसाय आजकल काफी लोकप्रिय है। अगर आप भी यह बिजनेस करना चाहते हैं तो ज्योतिषी साक्षी शर्मा के मुताबिक अगर आपका पार्लर सही जगह नहीं चल रहा है तो इसके पीछे वास्तु दोष एक बड़ा कारण हो सकता है और आपके आंखो के नीचे अगर डार्क सर्कल है तो आप इस Dark Circles Cream for Skin in Hindi लेख को पढके अपने लिए अच्छी और कम किंमत वाली क्रीम खरीद सकते हो।

आइए जानते हैं Beauty Parlor Vastu Tips In Hindi और एक सफल ब्यूटी पार्लर का वास्तु कैसा होता है। अगर आपको आपके Husband के लिए कुछ अच्छी शायरी चाहिए तो Www.onlineshayar.com पढ सकते हो। 

Beauty Parlor Vastu Tips In Hindi



1. ब्यूटी पार्लर का मुख्य द्वार पूर्वमुखी, उत्तरमुखी और उत्तर पूर्व दिशा में होना शुभ होता है। हालांकि दक्षिणमुखी या पश्चिममुखी दरवाजा भी सही माना जाता है। गणपति की मूर्ति को मुख्य द्वार के अंदर स्थापित करना चाहिए।

2. रिसेप्शन काउंटर इस तरह से बनाए जाने चाहिए कि आपका रिसेप्शनिस्ट हमेशा उत्तर, पूर्व या उत्तर की ओर मुंह करके रखे।

3. दर्पण हमेशा उत्तर, पूर्व या उत्तर और पूर्व दोनों में रखना चाहिए।

4. वाश बेसिन को उत्तर, उत्तर पूर्व या पूर्व दिशा में लगाना चाहिए। कैश काउंटर को इस तरह रखें कि खोले जाने पर उसका मुंह उत्तर और पूर्व दिशा में खुले।

5. कैश काउंटर के पास मछली घर रखने से धन की वृद्धि होती है। ब्यूटी पार्लर के मालिक को इस तरह बैठना चाहिए कि उसका मुख उत्तर या पूर्व की ओर हो। दक्षिण पश्चिम में नहीं बैठना चाहिए।

6. विद्युत स्विच और उपकरण आग्नेय कोने (पूर्व-दक्षिण) पर स्थापित किए जाने चाहिए। आग्नेय कोने में स्टीम बाथ और पेंट्री बनाएं।

  • ब्यूटी पार्लर के फायरिंग एंगल पर हमेशा मोमबत्ती या लाल बल्ब जलाकर रखें।

7. इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और कारीगरों में कार्य कुशलता में वृद्धि होती है। आग्नेय कोण (पूर्व-दक्षिण) में थ्रेडिंग, वैक्सिंग, पेडीक्योर, मैनीक्योर, हेयरकट, मेंहदी, कलरिंग, ट्रिमिंग आदि करें।

  • सभी सौंदर्य प्रसाधन पश्चिम दिशा में रखें।
  • दक्षिण या पश्चिम दिशा में ही शौचालय बनवाएं।
  • ग्राहकों को हमेशा पश्चिम कोने (उत्तर-पश्चिम) में बैठना चाहिए।

8. दीवारों और पर्दों का रंग हल्का गुलाबी, नारंगी, आसमानी और हल्का बैंगनी होना चाहिए। यदि शारीरिक फिटनेस के लिए कोई मशीन, उपकरण आदि हो तो उसे दक्षिण-पूर्व कोने (पश्चिम-दक्षिण) में लगाएं।

स्वामी को दक्षिण-पूर्व कोने में इस प्रकार बैठना चाहिए कि बैठते समय उसका मुख उत्तर या पूर्व की ओर हो।

9. पार्लर का नाम स्त्रीलिंग शब्द से लिया जाना चाहिए। तौलिये का प्रयोग केवल सफेद या हल्के गुलाबी रंग का ही करना चाहिए।

10. कूड़ा-करकट को दक्षिण-पूर्व कोने पर रखें।


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